kalyug ka jeevan

kalyug ka jeevan
प्रिय पाठकों, साहित्य कारो आप सभी को कवयित्री चन्द्रकला भागीरथी का सादर प्रणाम, अब मैं अपना अगला संस्करण आलेख संग्रह लेकर आई हूँ जिसमें आपको लघुकथा भी पढने को मिलेगी। आप आप सभी के समक्ष प्रस्तुत कर रहीं हूँ (कलयुग का जीवन) इस पुस्तक का नाम है। हमारे इस कलयुग के जीवन में आपाधापी और आगे भागने की होड़ लगी रहती है। इस युग में अनेक घटनायें घट चुकी है और घटती रहेगी। वे चाहे समाज की विकृति...More

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